दिल में खटका सा
रहता है
शायद ये सोया रहता है
शायद ये सोया रहता है
उसकी तरफ बड़ी
हरियाली
अपनी तरफ सूखा रहता है
अपनी तरफ सूखा रहता है
नींद बड़ी अच्छी
आती है
तकिया बस भीगा रहता है
तकिया बस भीगा रहता है
शायर की तो बात
करो मत
कुछ भी बस बकता रहता है
कुछ भी बस बकता रहता है
दुनियादारी कौन
निभाए
वो तो ग़ज़ल कहा करता है
वो तो ग़ज़ल कहा करता है
उस डाली को यूँ
मत तोड़ो
उस पर एक छत्ता रहता है
उस पर एक छत्ता रहता है
इन्सानों की कुछ
मत पूछो
ख़ुदा पे भी पहरा रहता है
ख़ुदा पे भी पहरा रहता है
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