Wednesday, August 24, 2016

फ्रेंच कहानी : परियाँ/ चार्ल पैरो की / मूल फ्रेंच से अनुवाद : बबुषा वर्मा



(बबुषा वर्मा दिल्ली विश्वविद्यालय में फ्रेंच  भाषा की सहायक प्रोफ़ेसर   हैं. उनसे rkverma2002@yahoo.com 

पर संपर्क किया जा सकता है ) यह कहानी हमने उनकी हस्तलिपि में ही देने का निर्णय लिया. - सम्पादक मंडल 

No comments:

Post a Comment

सांवली लड़कियां

क्या तुमने देखा है  उषाकाल के आकाश को? क्या खेतो में पानी पटाने पर मिट्टी का रंग देखा है? शतरंज की मुहरें भी बराबरी का हक़ पा जाती हैं  जम्बू...